जीवन

वित्तीय स्वतंत्रता कैसे प्राप्त करें ?

कई बार हम ढेर सारे कर्ज में डूबे रहते है और वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने का कोई रास्ता नहीं सूझता क्योकि जो कुछ हमारे पास होता है उसे हम खोना नहीं चाहते और इस डर से वित्तीय स्वतंत्रता की ओर कदम नहीं बड़ पाते | आज हम आपको एक रियल स्टोरी से वित्तीय स्वतंत्रता प्राप्त करने का रास्ता दिखाएंगे |

मेरी एक दोस्त है शिवांगी जिसका एक पति और एक ११ महीने का बच्चा था | एक दिन नव वर्ष की पूर्व संध्या की सुबह, उसे खबर मिली कि उसके पति का निधन हो गया है और उसने उसे और उसके ग्यारह महीने के बेटे को 5,000,000 रुपए के कर्ज के साथ छोड़ दिया।

यह खबर सुनकर वह फर्श पर गिर पड़ी । उस वक्त उसका 11 महीने का बच्चा पहली बार अपने पैरों पर खड़ा होकरअपनी माँ की आंसुओं को साफ़ करने के लिए अपनी छोटी उंगलियों का इस्तेमाल करता है इस बात का एहसास लिए बिना की उसने अपने पिता को खो दिया है, और उसकी माँ ने अभी अपना सबसे अच्छा दोस्त खो दिया है ।

एक दिन उसकी माँ को एक नया पति मिल सकता है, लेकिन कोई भी कभी अपने पिता को प्रतिस्थापित नहीं कर सकता है। लेकिन वो अनजान बालक ने खुद के बारे में नहीं सोचा, केवल अपनी मां को बेहतर महसूस करने के तरीके के बारे में सोचा। उसकी इसी हरकत से शिवांगी बहुत प्रभावित हुयी और उसकी हरकत से सीख लेते हुए उसे उसके लिए उसे मजबूती से खड़ा होना था और भविष्य में उसको सारे ऋण से मुक्त करना था | शिवांगी ने सोचा इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मेरे साथ क्या हुआ बस मुझे तो अब ये सोचा है की अपने बच्चे को इस कर्ज/ऋण से कैसे मुक्त रखूँ |

इसी संकल्प को लेकर शिवांगी ने २ साल में अपने सारे 5,000,000 रुपए के कर्ज से अपने आप को मुक्त कर लिया | लोग आम तौर पर उससे पूछते हैं कि उसने इतना कर्ज चुकाया कैसे, तो उसने लोगो को बंदर और मूंगफली की कहानी सुनाई:

“जब एक किसान एक बंदर पकड़ना चाहता है, तो वह एक मटके के खली जगह को मूंगफली के साथ भर देता है और उसे ले जाकर बन्दर पकडने वाली जगह पर रेख देता है | आखिरकार, एक बंदर साथ आता है, मूंगफली चाहता है, और उन्हें पाने के लिए अपना हाथ मटके के अंदर डालता है| मटके में खली हाथ जाने भर की जगह तो है पर बंद मुट्ठी को वापस खींचने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। अगर अब बन्दर को हाथ बहार निकलना है तो केवल इतना करना है की मूंगफली को मुक्त होने देना है, लेकिन ऐसा नहीं है। बंदर मूंगफली की इच्छा से कैद हो जाता है, और बंदर की इच्छा को छोड़ने में असमर्थता ही उसको किसान के बनाये जाल में उसको फसा देती है और वो स्वतंत्र बन्दर अब किसान के बनाये जाल में फस जाता है |

हमारे जीवन में कितनी बार हम इसी तरह की इच्छाओ को पकड़ के रखते हैं जो हमें उस चीज को खोने देने का कारण बनते हैं जो हम चाहते हैं?

आखिरकार, मैं अपने सभी कर्ज चुकाने, ऋण मुक्त होने और ऋण के बदले पैसे कमाने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सबकुछ छोड़ने के लिए तैयार हो गयी थी। मैंने अपनी सारी संपत्तियों, भूमि, कंपनियों और शेयरों को जो भी कीमत मिली उस पर बेचा। आप किसी भी समय कुछ भी बेच सकते हैं, जब तक कि आप यह स्वीकार करने के लिए तैयार हों कि खरीदारों के मांग पर आप सहमत है।

अजीब चीज यह है कि जब आप पकड़ने की कोशिश करते हैं, तो आप हार जाते हैं, लेकिन जब आपका दिमाग निस्संदेह और जाने के लिए तैयार होता है, तो आप लाभ प्राप्त करते हैं। चीजें आपके पक्ष में होने लगती हैं और मेरे साथ हुआ यही जिससे मैं २ साल में अपने सारे कर्ज से मुक्त हो गयी और मेरा सारा ध्यान पैसे को कमाने पर लगने लगा |”

तो रहस्य यह है की आप आपको अपने दिमाग को देखना जारी रखना है। जब भी आप किसी चीज़ से बहुत जुड़े होते हैं, जैसे बंदर अपने मूंगफली के लिए होता था, तो बस अपने दिमाग को देखें ऐसे सोचें की जैसे कि यह समस्या किसी और से संबंधित है और मै उनको क्या राय दूँगा इस समस्या से उबरने का।

जिस क्षण आप देखते हैं, आप अपने विचारों, भावनाओं और यहां तक ​​कि आसक्ति या इच्छा की भावना को भी अलग करते हैं। उस पल में आप स्वतंत्र हैं और जब आप अंदर से मुक्त होते हैं, तो आप भी बाहर मुक्त हो सकते हैं।

वित्तीय स्वतंत्रता और खुशी आपका जन्मजात अधिकार है। आज से ही आप अपने दिमाग को देखना शुरू करें और अभी से ही वित्तीय स्वतंत्रताके लिए अपना अभ्यास शुरू करें।

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