स्वस्थ भोजन बनाना ही एकमात्र शर्त नहीं है एक स्वस्थ जिंदगी की, स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार हर फ़ूड उत्पाद के पीछे के लेवल को पढ़ना अनिवार्य है साथ मे खाना को स्टोर करना और अत्यधिक उचित तरीके से बनाना भी अनिवार्य है
खाद्य जनित बीमारियां आम तौर पर संक्रामक या विषाक्त प्रकृति की होती है जो दूषित भोजन और पानी के माध्यम से बैक्टीरिया, वायरस, परजीवी या रासायनिक पदार्थों के रूप में हमारे शरीर मे पहुँचते है
तो क्या करें जब स्वस्थ रहना हो…………..
a) सुरक्षित भोजन खरीदें
यह बहुत महत्वपूर्ण है की हम ताजा भोज्य पदार्थ ख़रीदे । ऐसे पदार्थ जो रेफ्रिजरेटेड (refrigerated) करना हो उसको अपनी सारी खरीददारी समाप्त करने के बाद सबसे अंत में खरीदे जैसे डेयरी उत्पाद , अंडे, मछली और मांस । खरीदते समय सब्जियों (vegetables) और मांस (meats) एक साथ एक ही थैले मे मत रखे और कोशिश करे की रेफ्रिजरेशन वाले उत्पादो को जल्दी से जल्दी घर पहुंचकर फ्रिज में रख दे जिससे कि उसकी ताजगी बनी रहे ।
इन आइटम्स से सचेत रहें
- कटी हुई सब्जी या फल
- प्री स्टफ्ड ताजा चिकेन्स और फ्रोजेन वेज भोज्य पदार्थ
- क्रीम युक्त भोज्य पदार्थ
b) सुरक्षित तरीके से अपने भोज्य पदार्थ को फ्रीजिंग करे
- एग्स (eggs) को उनके बने सेल्फ मे ही रखेँ जिससे कि वे अपने सुरक्षित तापमान पर फ्रीज़ रहे
- मीट और फिश को अलग बैग्स में करके रखे जिससे की वो आपसे में मेस न हो जाए
- कच्चे मांस पोल्ट्री उत्पाद और फिश को कभी भी रूम टेम्परेचर (temperature) पर लम्बे समय तक के लिए ना रेखें
- कच्चे मांस पोल्ट्री उत्पाद और फिश को १ से २ दिन के अंदर ही प्रयोग में ले ले
- कच्चे अंडे को २ घंटे से ज्यादा रूम टेम्परेचर (temperature) पर ना रेखें नहीं तो साल्मोनेला संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है
- खुले पैकेट और जमे हुए भोजन (frozen food) को एक सप्ताह के भीतर ही उपयोग केर ले
c) सुरक्षित तरीके से अपने भोज्य पदार्थ को साफ रेखें
- अपने कटाई बोर्ड (cutting board) हर कटाई से पहले धोए या काटने के बोर्डों को एक घर की सफाई के समाधान के साथ साफ किया जा सकता है (पानी की एक गैलन में क्लोरीन ब्लीच का 1 चम्मच)
- बचे हुए आइटम्स को तुरंत फ्रिज में रख दे नहीं तो बैक्टीरिया संक्रमण का खतरा रूम टेम्प्रेचर पर सबसे ज्यादा होता है
- अपने किचन के सरफेस को हमेशा पेपर के टॉवल्स से साफ़ केरे स्पंज से सरफेस ज्यादा देर तक नाम बना रहता है जिससे बैक्टीरिया संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है ।