अक्सर आपने लोगों को ये कहते सुना होगा कि तुम अपने आराम के दायरे से बहार निकालो और देखो क्या जादू होता है । यह कहना जितना आसान है इसको अपने जीवन में उतारना उतना ही मुश्किल काम है।
जब आप अपनी सुविधा क्षेत्र (comfort zone ) के बाहर निकलने शुरुवात करते है और आपके सामने कोई मुश्किल घड़ीआन पड़ती है तो कंफर्ट जोन से बाहर निकालना डरावना हो जाता है तब आप अपने आप से सवाल करने लगते है की क्या कम्फर्ट जोन से बाहर निकलने का विचार अच्छा विचार था? मै कहूँगा हा बशर्ते कुछ बातो का ध्यान रखा जाए……
1. अपने आदर्शों को उँचा रखिये : आप अभी भी वही पुरानी बातें कर रहे हैं? आप सहने योग्य सीमा के भीतर अपनी कला का अभ्यास कर रहे हैं? क्या आप एक ऐसा लक्ष्य साध रहे हैं जिसको आप आसानी से प्राप्त कर सकते है ?
यदि आप ऊपर के किसी भी जवाब हाँ है तो आप अपनी झमता को काम आक रहे है । इसका मतलब है कि आप अभी भी अपने आराम के दायरे से बाहर नहीं आ पाये है ।
आपको अपने मानकों (standards) के स्तर को बढ़ाना चाहिए, आपको अपने जीवन मे कुछ ऐसे लक्ष्य को साधना चाहिए जो आपको असाधारण लगते हो ।
“अपने आप को आराम के दायरे से बाहर रखने के लिए अपने आदर्शों को हमेशा उँचा रखिये।”
2. हमेशा अपने जीवन शैली को उन्नत करते रहे : आप अभी भी वही पुराना, तला हुआ बकवास खा रहे हैं? आप पर्याप्त नींद ले रहे है? आप अभी भी इस आशा में जीवन जी रहे है की अपने आप ही कुछ अच्छा होगा आपकी लाइफ में ? तो आप अपने आप को धोखा दे रहे है ।
जीवन शैली में बेहतरी के परिवर्तन के लिए कठोरता से पालन किया जाना चाहिए। यह असुविधाजनक है, लेकिन यही तो बात है। आपको ऐसा कतई नहीं सोचना चाहिए कि यह अपने आप ही हो जाएगा । आप परिणाम तभी प्राप्त करेंगे जब आप काम करेंगे।
3. पुराने दोस्तों को छोड़े और नए दोस्त बनाएं : कहने का मतलब ये है की आपको अपने जीवन से विषाक्त लोगों को साफ़ करने की जरूरत है, भले ही काफी वर्षों से आप एक दूसरे को जानते हों अपने जीवन से निगेटिव के प्रभाव को कम करने के लिए आपको कुछ दोस्तों को छोड़ना होगा और कुछ अजीब लेकिन नए दोस्त बनाने होगे।
अगर आप अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलना चाहते हैं, तो नए तथा सकारात्मक लोगों तक अपने दायरे को बढ़ाना होगा । लेकिन यह पहली बार में अजीब लगेगा वैसे ही जैसे कि आप कल्पना करे कि आप एक नए देश मे है और वहाँ नए दोस्त बना रहे है।
4. आपको ईमानदार होना चाहिए और बहानेबाजी से किसी भी हाल मे बचाना चाहिए : बहाने बनाना हर किसी के लिए आसान होता है आप चाहे तो बहानेबाजी मे एक्सपर्ट हो सकते है बिना किसी एजुकेशन के, क्योंकि बस इसको हवा देने की जरूरत है और यह अपने आप ही आपकी जिंदगी मे शामिल हो जाता है।
क्या आप अपने आप से अपने आप को ईमानदार रखने जैसा भयानक सवाल पूछ सकते है ? महान चीज़ें कंफर्ट जोन से बाहर आकर ही मिलती है, लेकिन केवल महान लोगों के लिए। और महान लोग अपने आप को अच्छी तरह से जानते है, वे अपनी कमियों को सही ठहराने के लिए लंगड़ा बहाने नहीं बनाते है। वे अपने जीवन में सुधार लाने के लिए हमेशा परिवर्तन का चुनाव करते है।
5. अपने आप पर किसी दूसरे की कमजोरी हावी न होने दे : अक्सर हम दूसरों की कमजोरियों का शिकार होते है जैसे की आपका एक दोस्त है जो अक्सर आपसे बहाने बनाकर पैसे उधार लेता है और समय आने पर आपको वापस नहीं करता है । ऐसे दोस्त अक्सर आपकी गाढ़ी कमाई का कुछ हिस्सा बर्बाद कर देते है जिससे आप काफी आहात होते है और इससे आपके जीवन के विकास मे भी फर्क पड़ता है । आप इन्वेस्टर की तरह ही पैसा दे या ले न की दोस्ती मे और अपने जीवन मे न उधार दे न उधार ले । इसी तरह की किसी अन्य कमजोरियों का भी शिकार न बने।
6. डर को अपने ऊपर हावी न होने दें : आप जीवन के किसी पड़ाव पर उदास हो सकते है भयभीत हो सकते है और आपका प्रयास होना चाहिए की आप इससे बहार निकले । पर इसका कतई ये मतलब नहीं होना चाहिए कि आप अपने जिंदगी से हार मानकर कम्फर्ट जोन मे चले जाएं । जिंदगी के ये पड़ाव तो आपको और मजबूत बनाते है और ये आपको आपके पुरस्कार की तरफ एक कदम आगे ले जाते है।
7. अपनी भावनाएं अभिव्यक्त करें : संवाद की कला पर बहुत से किताबें लिखी जा चुकी है पर मैं यहाँ बस येः कहूँगा की अगर आप अपनी बात और भावनाओ को बेबाकी से किसी के सामने रख पाते है तो लोग आपको सुनते है और आपको समाज में एक जगह मलती है जिससे आप अपने सपनो को पूरा करने की रफ़्तार बड़ा सकते है इसलिए मजबूत रहे और अपने ऊपर किसी और की भावनाओं को हावी नहीं होने दे ।