द्विध्रुवी विकार ( bipolar disorder) से सामना करने की प्रक्रिया में तनाव स्तर को कम रखनेकी एक अहम् भूमिका है| बाइपोलर डिसऑर्डर से पीड़ित बहुत से लोग खुद ही नुक्सान दायक दवाइयों की सहायता लेते हैं और इनमें से आधे से जादा ओगो को उन की लत लग जाती है| तनाव के कारण मानसिक रोगों से जूझ रहे लोगो में मूड स्विंग्स का स्टार बढ़ सकता है, जिसका अर्थ है की तनाव अपचायक क्रियाएं बाइपोलरडिसऑर्डर्स के साथ जे रहे लोगो की ज़िन्दगी को आसान बनाने का एक स्वस्थ और लाभदायक तरीका बन सकता है| बाइपोलर डिसऑर्डर्स से जूझ रहे लोगो के लिए तनाव कम करने के कुछ तरीके निम्नलिखित है|
- नियमित रूप से व्यायाम करना
नियमित व्यायाम करना सभी की ज़िन्दगी का एक ज़रूरी हिस्सा है| ये हमारे शरीर और मस्तिष्क, दोनों के ही मिजाज़ को बेहतर बनाता है|द्विध्रुवी लोगो में तनाव स्तर कम करने का ये एक अच्छा तरीका है| चुकी बाइपोलर डिसऑर्डर्स से पीड़ित लोगो की ज़िन्दगी में एक नियत दिनचर्या होनी ज़रूरी है, तो उस दिनचर्या में नियमित रूप से व्यायाम के लिए समय निकलना और भी आसान हो जाता है| तैरना, योगा आदि अच्छे व्यायाम साबित हो सकते हैं| - ध्यान लगाना या प्रार्थना करना
किसी भी किस्म का मानसिक ध्यान जो मस्तिष्क को उसकी परेशानियों से दूर ले जाए, वो तनाव-स्तर को घटाने के लिए कारगर है| ध्यान केन्द्रित करने का मुख्या लक्ष्य है दिमाग को पूर्णतः खाली करना, जो की इसे तनाव पर पकड़ ढीली करने का एक आदर्श तरीका बनाता है| धार्मिक लोगो के लिए प्रार्थना भी बहुत आरामदायक होती है, अपनी साड़ी चिन्ताओ को छोड़कर उन्हें अपनी धार्मिक आक्रति को सौप देना| यदि आप एक साथ व्यायाम और ध्यान करना चाहते हैं तो योग भी एक बहुत अच्छा तरीका है,ये एक तीर से दो निशाने लगाने जैसा है| - संतुलित आहार खाना
अस्वस्थ और अमरीकी खाना खाने का किसी पर भी नकारात्मक असर हो सकता है| हलाकिअच्छा भोजन उनके लिए ख़ास तौर पर ज़रूरी है जो बाइपोलर डिसऑर्डर्स के साथ जी रहे हैं, क्युकी ये तनाव का स्तर कम करता है और संतुलित मानसिक स्थिति के आसार बढाता है| चर्बी , मीटऔर कार्बोहाइड्रेट्स से बचें| अपने आहार में मछली को शामिल करें क्युकीमाना जाता है की मछली के तेल से बाइपोलर डिसऑर्डर के लक्षण कम होते हैं|निश्चित करें की आप एक सीमित परिमाण में कैफ़ीन ले रहे हैं| अचानक कैफ़ीन बाद करने का भी नकारात्मक प्रभाव पद सकता है, जिसका अर्थ है की ये आपको धीरे धीरे छोड़ना पड़ेगा |हर रोज़ एक ही समय पर एक नियत तरीके से खाने से भी तनाव-स्तर घटता है| पौष्टिक आहार लेना और शारीरिक मोटापा घटना भी मददगार होते हैं| - विपरीत परिस्थिति के लिए तैयार रहें
बाइपोलर डिसऑर्डर्स से पीड़ित एक व्यक्ति यदि किसी परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार महसूस करता है, तोवह अपेक्षाकृत कम तनाव अनुभव करेगा| उसे डिप्रेशन और मेनिया, दोनोंके ही लक्षण पता होने चाहिए ताकि वह अपनी योजना को काम पर लगा कर खुद पे काबू पा सके| - संतोषप्रद काम तलाशिये
जादा तनावपूर्ण काम भी कभी-कभीबाइपोलर डिसऑर्डर्स के लक्षणों को बढ़ा सकता है| यदि आपको लगता है की आप का काम डिप्रेशन को बढ़ा रहा है तो किसी ऐसी जीविका को तलाशिये जो थोडा जादा संतोषप्रद हो| उदाहरण के लिए अगर आपको बाघबानी करना पसदं हो तो आप पड़ोस के किसी ग्रीनहाउस में काम कर सकते हैं| ऐसा करने से आपका तनाव-स्तर काबू में रहेगा|